शिक्षक का अर्थ क्या है?,परिभाषा,महत्व

शिक्षक का अर्थ क्या है?, सभी को जानना चाहिए बच्चा हो या बूढ़ा शिक्षा एक ऐसा शब्द है जिसकी जितनी महिमा गाई जाय ,बताई जाय या परिभाषा,महत्व दी जाय उतना ही कम है। शिक्षक हर प्राणी के जीवन में अहम भूमिका निभाता है।  एक कहावत भी है की “गुरु बिना ज्ञान न होई” 

इस उक्ति से शिक्षक शब्द के चरित का चरितार्थ करता है   गुरु कितने महान होते है की बिना गुरु को किसी को ज्ञान नहीं मिलता है।

सामान्य शब्दों में कहाया जाए तो यह उस व्यक्ति को संदर्भित करता है जो दूसरों को सीखने(अधिगम) में मदद करता है।

इस संदर्भ में, इसका उपयोग उस व्यक्ति( शिक्षक)  संदर्भित करने के लिए किया जाता है जो उच्च शिक्षा संस्थानों सहित अधिगम की सुविधा प्रदान करता है। शिक्षक परिवार-समुदाय तथा सामाजिक न्याय को साकार करने में एक महत्वपूर्ण स्तंभ है।

शिक्षक तब तक हमारे सम्मान के पात्र हैं जब तक वे हमारी अपेक्षाओं को पूरा करते हैं और हम उनके द्वारा प्राप्त सीखने(अधिगम) के परिणामों को स्वीकार्य मानते हैं।

यह पोस्ट निम्नलिखित उपरोक्त(शिक्षक का अर्थ क्या है?,परिभाषा, महत्व) अवधारणाओं के लिए एक संक्षिप्त और सुलभ परिचय प्रदान करता है:

शिक्षक का अर्थ क्या है?

एक व्यक्ति जो छात्रों को ज्ञान, योग्यता या गुण प्राप्त करने में मदद करता है। जो औपचारिक शिक्षा के संदर्भ में दूसरों को पढ़ाने के लिए, जैसे स्कूल में, उनकी मुख्य भूमिका के रूप में कार्यरत हैं।
शिक्षक वह व्यक्ति होता है, जो लोगों को शिक्षा प्रदान करता है; वह जो सिखाता या निर्देश देता हो। शिक्षक की भूमिका अक्सर औपचारिक चल रही होती है, जिसे स्कूल या औपचारिक शिक्षा के अन्य स्थान पर किया जाता है।

एक शिक्षक अर्थ क्या है? एवं ,परिभाषा,शिक्षक को एक व्यक्ति के रूप में समझना सभी शिक्षकों का सम्मान करने और उन्हें पहचानने की दिशा में पहला कदम है, चाहे उनका व्यक्तित्व,व्यवहार, पेशा, डिग्री या रैंक कुछ भी हो।

इस पोस्ट का मुख्य उद्देश्य एक शिक्षक क्या है ?, अर्थ(मतलब), परिभाषा एवं पर्यायवाची।सभी शिक्षकों का सम्मान और पहचान करना क्यों महत्वपूर्ण है, इसका संक्षिप्त परिचय प्रदान करना है।

यह स्वीकार करने की आवश्यकता को स्पष्ट करेगा कि एक शिक्षक वह व्यक्ति है जो लोगों को शिक्षा प्रदान करता है, चाहे वह औपचारिक शिक्षक, सलाहकार या समुदाय-आधारित नागरिक के रूप में हो।

शिक्षक क्या है, परिभाषा :-


शिक्षा देने वाले व्यक्ति को शिक्षक (गुरु, अध्यापक ) कहते हैं।
दूसरे शब्दों में कहें तो-


जो छात्र (शिष्य)के मन में सीखने(अधिगम) जिज्ञासा को जो जागृत कर दें।

शिक्षिका ( गुरुमाता,अध्यापिका ) शब्द ‘शिक्षक’ ( अध्यापक ) का स्त्रीलिंग रूप है।
यह एकवचन अथवा बहुवचन दोनों तरह से प्रयुक्त किया जा सकता है।

शिक्षक एक हिंदी शब्द है,संस्कृत में  इसे ‘ गुरूः ‘ ,इंग्लिश में ‘ टीचर ‘ होता है तथा शिक्षक का पर्यायवाची (पुरुष)अध्यापक ,गुरु ( स्त्री)अध्यापिका, गुरुमाता, शिक्षिका।

शिक्षक शब्द का मतलब(अर्थ) :-


शिक्षक(अध्यापक,गुरु) शब्द के अर्थ(मतलब) को समझने का सबसे सहज ता स्वाभाविक  ढंग शिक्षक शब्द के शाब्दिक अर्थ को जानना है । शाब्दिक अर्थ से शब्द  की उत्पत्ति ज्ञान होने के साथ – साथ उसका अर्थ भी कुछ सीमा तक स्पष्ट हो जाता है
अतः शिक्षक (गुरु)शब्द  अर्थ या मतलब जानते है  गुरु- ‘गु और रु’ इन दो शब्दों से मिल कर बनता है गुरु शब्द। ‘ गु ‘ शब्द का अर्थ है “अंधकार” और ‘रु’ शब्द का अर्थ है “प्रकाश” अर्थात् गुरु का शाब्दिक अर्थ हुआ “अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाला मार्गदर्शक ”

शिक्षक दिवस कब मनाया जाता है?

शिक्षक दिवस 5 सितम्बर को मनाया जाता है। 

शिक्षक का महत्व:-

हमारे प्राचीन गुरुकुल परम्परा तथा प्राचीन भारतीय मान्यताओं के अनुसार शिक्षक का स्थान(महत्व) भगवान से भी ऊँचा माना जाता है इसी के संदर्भ में मध्यकालीन युग के

संत कबीर जी ने गुरु (शिक्षक )की महिमा बखान अपने दोहा में करते है –

गुरु गोविंद दोऊ खड़े, काके लागूँ पाँय |
बलिहारी गुरु आपनो, गोविंद दियो बताय ||

गुरु(शिक्षक,अधयपक ) और भगवान दोनों आकर खड़े हो जाएँ तो पहले किसके चरण स्पर्श करना चाहिए ? यहां पर गुरु के चरण-स्पर्श करने को ही श्रेष्ठतर कहा गया है ।


शिक्षक क्या है? शिक्षक एक समाज सुधारक होता है हमारे इतिहास में ऐसे  कई स्वर्णिम उदाहरण दर्ज हैं   जैसे पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन, महान गणितज्ञ रामानुजन तथा महान विद्वान अर्थशास्त्र ,प्रशासन ,राजनीतिज्ञ के विद्वान चाणक्य और आधुनिक युग के बात करें तो सुपर थर्टी के संस्थापक आनंद सर उदाहरण है।


आचार्य चाणक्य ने कहा है

” शिक्षक कभी साधारण नहीं होता, प्रलय और निर्माण उसकी गोद में पलते हैं।”

शिकक्ष का पर्यायवाची क्या होता है?

शिक्षक का पर्यायवाची (पुरुष)अध्यापक ,गुरु ( स्त्री)अध्यापिका, गुरुमाता, शिक्षिका होता है ।

शिक्षक शब्द एक वचन है या बहु वचन

शिक्षक शब्द एक वचन और बहू वचन दोनों ही रूपो में प्रयोग किया जाता है।

शिक्षक को संस्कृत क्या कहते है?

शिक्षक को संस्कृत में गुरु: कहते है।

शिक्षक को अंग्रेजी में क्या कहते है?

शिक्षक को अंग्रेजी में टीचर कहते है।

शिक्षक का अर्थ ?

– शिक्षक एक संज्ञा तथा पुल्लिग शब्द हैं।
– शिक्षा देने वाले।

टीचर का हिंदी मतलब क्या है?

शिक्षा देने वाले को शिक्षक कहते हैं।

टीचर का फुल फॉर्म क्या है?

टैलेंटेड ,एजुकेटेड ,एडोरेबल ,चार्मिंग ,हेल्पफुल, इनकरेजिंग ,रिस्पांसिबल। (Talented Educated Adorable Charming Helpful Encouraging Responsible.)

शिक्षक का पूरा नाम क्या है?

प्रतिभाशाली, शिक्षित, आकर्षक, आकर्षक,सहायक ,उत्साहवर्धक ,जिम्मेदार।

शिक्षक शब्द कहां से आया है?

मैकमिलन शब्दकोश के अनुसार- संज्ञा शिक्षक ‘टीच ‘ क्रिया से निकला है जो पुराने अंग्रेजी से आता है।

शिक्षक का महत्व सरल शब्दों में क्या है?

किसी भी व्यक्ति के ।जीवन में शिक्षक या गुरु या टीचर उसके भविष्य के निर्माता होता है।

21वी सदी में शिक्षक कौन है?

सीखने को अधिक सार्थक प्रसांगिक बनाने के साथ-साथ बालकों को सही जानकारी प्रस्तुत करने के लिए अनेक टीचिंग लर्निंग मैटरियल (TLM)या टीचिंग एड को शामिल करता है जिससे बालक आसानी से हंसते खेलते पढ़ लेते है।

शिक्षक का कार्य क्या है?

शिक्षक का कार्य अच्छे से पढ़ाई करवाना।

शिक्षक का पहला गुण क्या होना चाहिए?

बच्चों के भावनाओं के स्तर पर आकर समझने वाला होना चाहिए अर्थात अर्थात दूसरे शब्दों में कहें तो शिक्षक को भी बच्चा बनकर बच्चों की भावनाओं को समझने वाले चाहिए ।

वर्तमान समय में शिक्षक की भूमिका क्या है?

आज के परिपेक्ष में कहे तो चारित्रिक विकास, नैतिक विकास और कौशल विकास जरूरी है उसके साथ ही साथ बौद्धिक विकास,संवेगत्मक,मनोवैज्ञानिक, शारीरिक विकास पूर्वत की तरह होना ही चाहिए।

शिक्षक का प्रमुख कार्य क्या है?

एक अच्छा से पाठ योजना करने तथा बच्चों को शिक्षित करने की जिम्मेदारी।

शिक्षक का आदर्शवादी गुण क्या है?

एक आदर्शवादी शिक्षा किसी गलत बात के लिए छात्रों, प्रधानाध्यापक तथा अन्य किसी के सामने नहीं झुकता है न सहन करता है।

एक अच्छा शिक्षक कैसे बने?

बच्चे को पढ़ाने से पहले शिक्षक अच्छी तरह से पढ़े व्यवहारिक जीवन से जोड़ते हुए एक अच्छी पाठ योजना तैयार करें फिर उद्देश्य ,गतिविधियां तथा मूल्यांकन योजनाएं बनाएं।

शिक्षक के पास कौन सा मूल्य होना चाहिए?

शिक्षक के पास निम्नलिखित मूल्य होना चाहिए निष्पक्षता,जिम्मेदारी,सच्चाई,गरिमा,स्वतंत्रता।

पहला शिक्षक कौन है?

सामान्यतः मां को कहा जाता है पर कही- कही माता-पिता दोनों को कहा जाता है।

मां को प्रथम शिक्षक क्यों कहा जाता है?

मां को प्रथम शिक्षक इसलिए कहा जाता है क्योंकि माता या मां के साथ घनिष्ठ प्रेम संबंध विकसित होता है।

एक अच्छे शिक्षक की क्या विशेषता होती है

एक अच्छा संप्रेषण कौशल के साथ नेतृत्व शक्ति सबसे विशिष्ट विशेषता है।

शिक्षक की जिम्मेदारी होती है।

राष्ट्र चरित्र का निर्माण करने हेतु बालकों को अच्छे प्रभावशाली सकारात्मक परिवर्तन वाले गुणों की शिक्षा को बढ़ावा देना।

शिक्षक क्यों बनते हैं?

शिक्षक हमारे भविष्य का निर्माण करते हैं तथा अपने छात्रों की सफलता के लिए अत्यधिक मेहनत करते हैं कि उनका छात्र समाज में,राष्ट्र में, संसार में नाम रोशन करें। जिससे आंतरिक खुशी संतुष्टि मिलती है

शिक्षक शिक्षा के सिद्धांत क्या है?

शिक्षक के अच्छे शिक्षण हेतु शिक्षक के व्यक्तिगत पृष्ठभूमि,विविधताओं को मद्देनजर रखते हुए शिक्षण व्यवस्था करनी चाहिए।

शिक्षक शिक्षा क्या है?

समाज तथा राष्ट्र की शिक्षा की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए तथा आज की आधुनिक बदलाव की भूमिका निर्वाह करने हेतु शिक्षकों को योग्यता एवं दक्षता को ग्रहण करने के लिए शिक्षित करती है ।

भारत की प्रथम महिला शिक्षिका कौन थी?

सावित्रीबाई फुले प्रथम महिला शिक्षिका थी।

3 जनवरी को क्या मनाया जाता है?

3 जनवरी को सावित्रीबाई फुले की जयंती मनाई जाती है।

शिक्षक दिवस पहली बार कब मनाई गई?

शिक्षक दिवस पहली बार 5 सितंबर 1962 में मनाया गया।

3 thoughts on “शिक्षक का अर्थ क्या है?,परिभाषा,महत्व”

  1. शिक्षक शब्द का हिंदी, अंग्रेजी व संस्कृत में अर्थ व उत्पत्ति teacher T=
    E=
    A=
    C=
    H=
    E=
    R=

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